8उसके दिन थोड़े हों, और उसके पद को दूसरा ले! (प्रेरि. 1:20)
9उसके बच्चे अनाथ हो जाएँ, और उसकी स्त्री विधवा हो जाए!
10और उसके बच्चे मारे-मारे फिरें, और भीख माँगा करे; उनको अपने उजड़े हुए घर से दूर जाकर टुकड़े माँगना पड़े!
11महाजन फंदा लगाकर, उसका सर्वस्व ले ले*; और परदेशी उसकी कमाई को लूट लें!
12कोई न हो जो उस पर करुणा करता रहे, और उसके अनाथ बालकों पर कोई तरस न खाए!
13उसका वंश नाश हो जाए, दूसरी पीढ़ी में उसका नाम मिट जाए!
14उसके पितरों का अधर्म यहोवा को स्मरण रहे, और उसकी माता का पाप न मिटे!
15वह निरन्तर यहोवा के सम्मुख रहे, वह उनका नाम पृथ्वी पर से मिटे!
16क्योंकि वह दुष्ट, करुणा करना भूल गया वरन् दीन और दरिद्र को सताता था और मार डालने की इच्छा से खेदित मनवालों के पीछे पड़ा रहता था।