Text copied!
CopyCompare
पवित्र बाइबिल - भजन संहिता - भजन संहिता 147

भजन संहिता 147:1-9

Help us?
Click on verse(s) to share them!
1यहोवा की स्तुति करो! क्योंकि अपने परमेश्‍वर का भजन गाना अच्छा है; क्योंकि वह मनभावना है, उसकी स्तुति करना उचित है।
2यहोवा यरूशलेम को फिर बसा रहा है; वह निकाले हुए इस्राएलियों को इकट्ठा कर रहा है।
3वह खेदित मनवालों को चंगा करता है, और उनके घाव पर मरहम-पट्टी बाँधता है*।
4वह तारों को गिनता, और उनमें से एक-एक का नाम रखता है।
5हमारा प्रभु महान और अति सामर्थी है; उसकी बुद्धि अपरम्पार है।
6यहोवा नम्र लोगों को सम्भालता है, और दुष्टों को भूमि पर गिरा देता है।
7धन्यवाद करते हुए यहोवा का गीत गाओ; वीणा बजाते हुए हमारे परमेश्‍वर का भजन गाओ।
8वह आकाश को मेघों से भर देता है, और पृथ्वी के लिये मेंह को तैयार करता है, और पहाड़ों पर घास उगाता है। (प्रेरि. 14:17)
9वह पशुओं को और कौवे के बच्चों को जो पुकारते हैं, आहार देता है। (लूका 12:24)

Read भजन संहिता 147भजन संहिता 147
Compare भजन संहिता 147:1-9भजन संहिता 147:1-9