Text copied!
CopyCompare
इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019 - ज़बूर - ज़बूर 76

ज़बूर 76:4-8

Help us?
Click on verse(s) to share them!
4तू जलाली है, और शिकार के पहाड़ों से शानदार है।
5मज़बूत दिल लुट गए, वह गहरी नींद में पड़े हैं, और ज़बरदस्त लोगों में से किसी का हाथ काम न आया।
6ऐ या'क़ूब के ख़ुदा, तेरी झिड़की से, रथ और घोड़े दोनों पर मौत की नींद तारी है।
7सिर्फ़ तुझ ही से डरना चाहिए; और तेरे क़हर के वक़्त कौन तेरे सामने खड़ा रह सकता है?
8तूने आसमान पर से फ़ैसला सुनाया; ज़मीन डर कर चुप हो गई।

Read ज़बूर 76ज़बूर 76
Compare ज़बूर 76:4-8ज़बूर 76:4-8