Text copied!
CopyCompare
पवित्र बाइबिल - भजन संहिता - भजन संहिता 44

भजन संहिता 44:17-25

Help us?
Click on verse(s) to share them!
17यह सब कुछ हम पर बिता तो भी हम तुझे नहीं भूले, न तेरी वाचा के विषय विश्वासघात किया है।
18हमारे मन न बहके, न हमारे पैर तरी राह से मुड़ें;
19तो भी तूने हमें गीदड़ों के स्थान में पीस डाला, और हमको घोर अंधकार में छिपा दिया है।
20यदि हम अपने परमेश्‍वर का नाम भूल जाते, या किसी पराए देवता की ओर अपने हाथ फैलाते,
21तो क्या परमेश्‍वर इसका विचार न करता? क्योंकि वह तो मन की गुप्त बातों को जानता है।
22परन्तु हम दिन भर तेरे निमित्त मार डाले जाते हैं, और उन भेड़ों के समान समझे जाते हैं जो वध होने पर हैं। (रोम. 8:36)
23हे प्रभु, जाग! तू क्यों सोता है? उठ! हमको सदा के लिये त्याग न दे!
24तू क्यों अपना मुँह छिपा लेता है*? और हमारा दुःख और सताया जाना भूल जाता है?
25हमारा प्राण मिट्टी से लग गया; हमारा शरीर भूमि से सट गया है।

Read भजन संहिता 44भजन संहिता 44
Compare भजन संहिता 44:17-25भजन संहिता 44:17-25