2(अगरचे ईसा आप नहीं बल्कि उसके शागिर्द बपतिस्मा देते थे),
3तो वो यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया।
4और उसको सामरिया से होकर जाना ज़रूर था।
5पस वो सामरिया के एक शहर तक आया जो सूख़ार कहलाता है, वो उस कितै के नज़दीक है जो याक़ूब ने अपने बेटे यूसुफ़ को दिया था;
6और याक़ूब का कुआँ वहीं था। चुनाँचे ईसा सफ़र से थका — माँदा होकर उस कुँए पर यूँ ही बैठ गया। ये छठे घंटे के क़रीब था।
7सामरिया की एक 'औरत पानी भरने आई। ईसा ने उससे कहा, “मुझे पानी पिला”
8क्यूँकि उसके शागिर्द शहर में खाना ख़रीदने को गए थे।