16लेकिन ख़ुदा शरीर से कहता है, तुझे मेरे क़ानून बयान करने से क्या वास्ता? और तू मेरे 'अहद को अपनी ज़बान पर क्यूँ लाता है?
17जबकि तुझे तर्बियत से 'अदावत है, और मेरी बातों को पीठ पीछे फेंक देता है।
18तू चोर को देखकर उससे मिल गया, और ज़ानियों का शरीक रहा है।
19“तेरे मुँह से बदी निकलती है, और तेरी ज़बान फ़रेब गढ़ती है।