3तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया,
4और उसको सामरिया से होकर जाना अवश्य था।
5इसलिए वह सूखार* नामक सामरिया के एक नगर तक आया, जो उस भूमि के पास है जिसे याकूब ने अपने पुत्र यूसुफ को दिया था।
6और याकूब का कुआँ भी वहीं था। यीशु मार्ग का थका हुआ उस कुएँ पर यों ही बैठ गया। और यह बात दोपहर के समय हुई।