46ये नहीं कि किसी ने बाप को देखा है, मगर जो ख़ुदा की तरफ़ से है उसी ने बाप को देखा है।
47मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जो ईमान लाता है हमेशा की ज़िन्दगी उसकी है।
48ज़िन्दगी की रोटी मैं हूँ।
49तुम्हारे बाप — दादा ने वीराने मैं मन्ना खाया और मर गए।
50ये वो रोटी है कि जो आसमान से उतरती है, ताकि आदमी उसमें से खाए और न मरे।