20और बाशान के राजा ओग को घात किया, उसकी करुणा सदा की है।
21और उनके देश को भाग होने के लिये, उसकी करुणा सदा की है;
22अपने दास इस्राएलियों के भाग होने के लिये दे दिया, उसकी करुणा सदा की है।
23उसने हमारी दुर्दशा में हमारी सुधि ली*, उसकी करुणा सदा की है;