Text copied!
CopyCompare
इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019 - ज़बूर - ज़बूर 63

ज़बूर 63:4-10

Help us?
Click on verse(s) to share them!
4इसी तरह मैं उम्र भर तुझे मुबारक कहूँगा; और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाया करूँगा;
5मेरी जान जैसे गूदे और चर्बी से सेर होगी, और मेरा मुँह मसरूर लबों से तेरी ता'रीफ़ करेगा।
6जब मैं बिस्तर पर तुझे याद करूँगा, और रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूँगा;
7इसलिए कि तू मेरा मददगार रहा है, और मैं तेरे परों के साये में ख़ुशी मनाऊँगा।
8मेरी जान को तेरी ही धुन है; तेरा दहना हाथ मुझे संभालता है।
9लेकिन जो मेरी जान की हलाकत के दर पै हैं, वह ज़मीन के तह में चले जाएँगे।
10वह तलवार के हवाले होंगे, वह गीदड़ों का लुक्मा बनेंगे।

Read ज़बूर 63ज़बूर 63
Compare ज़बूर 63:4-10ज़बूर 63:4-10