Text copied!
CopyCompare
इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019 - ज़बूर - ज़बूर 119

ज़बूर 119:55-61

Help us?
Click on verse(s) to share them!
55ऐ ख़ुदावन्द, रात को मैंने तेरा नाम याद किया है, और तेरी शरी'अत पर 'अमल किया है।
56यह मेरे लिए इसलिए हुआ, कि मैंने तेरे क़वानीन को माना।
57ख़ुदावन्द मेरा बख़रा है; मैंने कहा है मैं तेरी बातें मानूँगा।
58मैं पूरे दिल से तेरे करम का तलब गार हुआ; अपने कलाम के मुताबिक़ मुझ पर रहम कर!
59मैंने अपनी राहों पर ग़ौर किया, और तेरी शहादतों की तरफ़ अपने कदम मोड़े।
60मैंने तेरे फ़रमान मानने में, जल्दी की और देर न लगाई।
61शरीरों की रस्सियों ने मुझे जकड़ लिया, लेकिन मैं तेरी शरी'अत को न भूला।

Read ज़बूर 119ज़बूर 119
Compare ज़बूर 119:55-61ज़बूर 119:55-61