Text copied!
CopyCompare
पवित्र बाइबिल - सभोपदेशक - सभोपदेशक 2

सभोपदेशक 2:25-26

Help us?
Click on verse(s) to share them!
25क्योंकि खाने-पीने और सुख भोगने में मुझसे अधिक समर्थ कौन है?
26जो मनुष्य परमेश्‍वर की दृष्टि में अच्छा है, उसको वह बुद्धि और ज्ञान और आनन्द देता है; परन्तु पापी को वह दुःख भरा काम ही देता है कि वह उसको देने के लिये संचय करके ढेर लगाए जो परमेश्‍वर की दृष्टि में अच्छा हो। यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है*।

Read सभोपदेशक 2सभोपदेशक 2
Compare सभोपदेशक 2:25-26सभोपदेशक 2:25-26