Text copied!
CopyCompare
पवित्र बाइबिल - भजन संहिता - भजन संहिता 18

भजन संहिता 18:23-31

Help us?
Click on verse(s) to share them!
23और मैं उसके सम्मुख सिद्ध बना रहा, और अधर्म से अपने को बचाए रहा।
24यहोवा ने मुझे मेरे धर्म के अनुसार बदला दिया, और मेरे हाथों की उस शुद्धता के अनुसार जिसे वह देखता था।
25विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता; और खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है।
26शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता, और टेढ़े के साथ तू तिरछा बनता है।
27क्योंकि तू दीन लोगों को तो बचाता है; परन्तु घमण्ड भरी आँखों को नीची करता है।
28हाँ, तू ही मेरे दीपक को जलाता है; मेरा परमेश्‍वर यहोवा मेरे अंधियारे को उजियाला कर देता है।
29क्योंकि तेरी सहायता से मैं सेना पर धावा करता हूँ; और अपने परमेश्‍वर की सहायता से शहरपनाह को लाँघ जाता हूँ।
30परमेश्‍वर का मार्ग सिद्ध है; यहोवा का वचन ताया हुआ है; वह अपने सब शरणागतों की ढाल है।
31यहोवा को छोड़ क्या कोई परमेश्‍वर है? हमारे परमेश्‍वर को छोड़ क्या और कोई चट्टान है?

Read भजन संहिता 18भजन संहिता 18
Compare भजन संहिता 18:23-31भजन संहिता 18:23-31