1यात्रा का गीत इस्राएल अब यह कहे, “मेरे बचपन से लोग मुझे बार-बार क्लेश देते आए हैं,
2मेरे बचपन से वे मुझ को बार-बार क्लेश देते तो आए हैं, परन्तु मुझ पर प्रबल नहीं हुए।
3हलवाहों ने मेरी पीठ के ऊपर हल चलाया*, और लम्बी-लम्बी रेखाएं की।”
4यहोवा धर्मी है; उसने दुष्टों के फंदों को काट डाला है;