25 तब पाँचवें वर्ष में तुम उनके फल खाना, इसलिए कि उनसे तुमको बहुत फल मिलें; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
26 “तुम लहू लगा हुआ कुछ माँस न खाना। और न टोना करना, और न शुभ या अशुभ मुहूर्त्तों को मानना।
27 अपने सिर में घेरा रखकर न मुँड़ाना, और न अपने गाल के बालों को मुँड़ाना।