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यहोशू 15:18-33 in Hindi

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यहोशू 15:18-33 in पवित्र बाइबिल

18 जब वह उसके पास आई, तब उसने उसको पिता से कुछ भूमि* माँगने को उभारा, फिर वह अपने गदहे पर से उतर पड़ी, और कालेब ने उससे पूछा, “तू क्या चाहती है?”
19 वह बोली, “मुझे आशीर्वाद दे; तूने मुझे दक्षिण देश में की कुछ भूमि तो दी है, मुझे जल के सोते भी दे।” तब उसने ऊपर के सोते, नीचे के सोते, दोनों उसे दिए।।
20 यहूदियों के गोत्र का भाग तो उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा।।
21 यहूदियों के गोत्र के किनारे-वाले नगर दक्षिण देश में एदोम की सीमा की ओर ये हैं, अर्थात् कबसेल, एदेर, यागूर,
22 कीना, दीमोना, अदादा,
23 केदेश, हासोर, यित्नान,
24 जीप, तेलेम, बालोत,
25 हासोर्हदत्ता, करिय्योथेस्रोन (जो हासोर भी कहलाता है),
26 और अमाम, शेमा, मोलादा,
27 हसर्गद्दा, हेशमोन, बेत्पेलेत,
28 हसर्शूआल, बेर्शेबा, बिज्योत्या,
29 बाला, इय्यीम, एसेम,
30 एलतोलद, कसील, होर्मा,
31 सिकलग, मदमन्ना, सनसन्ना,
32 लबाओत, शिल्हीम, ऐन, और रिम्मोन; ये सब नगर उन्तीस हैं, और इनके गाँव भी हैं।
33 नीचे के देश में ये हैं अर्थात् एश्‍ताओल, सोरा, अश्ना,
यहोशू 15 in पवित्र बाइबिल