Text copied!
Bibles in Hindi

भजन संहिता 94:4-11 in Hindi

Help us?

भजन संहिता 94:4-11 in पवित्र बाइबिल

4 वे बकते और ढिठाई की बातें बोलते हैं, सब अनर्थकारी बड़ाई मारते हैं।
5 हे यहोवा, वे तेरी प्रजा को पीस डालते हैं, वे तेरे निज भाग को दुःख देते हैं।
6 वे विधवा और परदेशी का घात करते, और अनाथों को मार डालते हैं;
7 और कहते हैं, “यहोवा न देखेगा, याकूब का परमेश्‍वर विचार न करेगा।”
8 तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो, विचार करो; और हे मूर्खों तुम कब बुद्धिमान बनोगे*?
9 जिसने कान दिया, क्या वह आप नहीं सुनता? जिसने आँख रची, क्या वह आप नहीं देखता?
10 जो जाति-जाति को ताड़ना देता, और मनुष्य को ज्ञान सिखाता है, क्या वह न सुधारेगा?
11 यहोवा मनुष्य की कल्पनाओं को तो जानता है कि वे मिथ्या हैं। (1 कुरि. 3:20)
भजन संहिता 94 in पवित्र बाइबिल