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भजन संहिता 50:3-17 in Hindi

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भजन संहिता 50:3-17 in पवित्र बाइबिल

3 हमारा परमेश्‍वर आएगा और चुपचाप न रहेगा, आग उसके आगे-आगे भस्म करती जाएगी; और उसके चारों ओर बड़ी आँधी चलेगी।
4 वह अपनी प्रजा का न्याय करने के लिये ऊपर के आकाश को और पृथ्वी को भी पुकारेगा*:
5 “मेरे भक्तों को मेरे पास इकट्ठा करो, जिन्होंने बलिदान चढ़ाकर मुझसे वाचा बाँधी है!”
6 और स्वर्ग उसके धर्मी होने का प्रचार करेगा क्योंकि परमेश्‍वर तो आप ही न्यायी है। (सेला) (भजन 97:6, इब्रा. 12:23)
7 “हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूँ, और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूँ। परमेश्‍वर तेरा परमेश्‍वर मैं ही हूँ।
8 मैं तुझ पर तेरे बलियों के विषय दोष नहीं लगाता, तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं।
9 मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशालाओं से बकरे ले लूँगा।
10 क्योंकि वन के सारे जीव-जन्तु और हजारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं।
11 पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूँ, और मैदान पर चलने-फिरनेवाले जानवर मेरे ही हैं।
12 “यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; क्योंकि जगत और जो कुछ उसमें है वह मेरा है*। (प्रेरि. 17:25, 1 कुरि. 10:26)
13 क्या मैं बैल का माँस खाऊँ, या बकरों का लहू पीऊँ?
14 परमेश्‍वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर; (इब्रा. 13:15, सभो. 5:4-5)
15 और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊँगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा।”
16 परन्तु दुष्ट से परमेश्‍वर कहता है: “तुझे मेरी विधियों का वर्णन करने से क्या काम? तू मेरी वाचा की चर्चा क्यों करता है?
17 तू तो शिक्षा से बैर करता, और मेरे वचनों को तुच्छ जानता है।
भजन संहिता 50 in पवित्र बाइबिल