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अम्सा 30:26-33 in Urdu

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अम्सा 30:26-33 in इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019

26 और साफ़ान अगरचे नातवान मख़्लूक़ हैं, तो भी चटानों के बीच अपने घर बनाते हैं;
27 और टिड्डियाँ जिनका कोई बादशाह नहीं, तोभी वह परे बाँध कर निकलती हैं;
28 और छिपकली जो अपने हाथों से पकड़ती है, और तोभी शाही महलों में है।
29 तीन ख़ुश रफ़्तार हैं, बल्कि चार जिनका चलना ख़ुश नुमा है:
30 एक तो शेर — ए — बबर जो सब हैवानात में बहादुर है, और किसी को पीठ नहीं दिखाता:
31 जंगली घोड़ा और बकरा, और बादशाह, जिसका सामना कोई न करे।
32 अगर तूने बेवक़ूफ़ी से अपने आपको बड़ा ठहराया है, या तूने कोई बुरा मन्सूबा बाँधा है, तो हाथ अपने मुँह पर रख।
33 क्यूँकि यक़ीनन दूध बिलोने से मक्खन निकलता है, और नाक मरोड़ने से लहू, इसी तरह क़हर भड़काने से फ़साद खड़ा होता है।
अम्सा 30 in इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019