Text copied!
CopyCompare
पवित्र बाइबिल - श्रेष्ठगीत - श्रेष्ठगीत 2

श्रेष्ठगीत 2:4-9

Help us?
Click on verse(s) to share them!
4वह मुझे भोज के घर में ले आया, और उसका जो झण्डा मेरे ऊपर फहराता था वह प्रेम था।
5मुझे किशमिश खिलाकर संभालो, सेब खिलाकर बल दो: क्योंकि मैं प्रेम में रोगी हूँ।
6काश, उसका बायाँ हाथ मेरे सिर के नीचे होता, और अपने दाहिने हाथ से वह मेरा आलिंगन करता!
7हे यरूशलेम की पुत्रियों, मैं तुम से चिकारियों और मैदान की हिरनियों की शपथ धराकर कहती हूँ, कि जब तक वह स्वयं न उठना चाहे, तब तक उसको न उकसाओं न जगाओ। (श्रेष्ठ. 3:5,8:4)
8मेरे प्रेमी का शब्द सुन पड़ता है! देखो, वह पहाड़ों पर कूदता और पहाड़ियों को फान्दता हुआ आता है।
9मेरा प्रेमी चिकारे या जवान हिरन के समान है*। देखो, वह हमारी दीवार के पीछे खड़ा है, और खिड़कियों की ओर ताक रहा है, और झंझरी में से देख रहा है।

Read श्रेष्ठगीत 2श्रेष्ठगीत 2
Compare श्रेष्ठगीत 2:4-9श्रेष्ठगीत 2:4-9