29तीन सुन्दर चलनेवाले प्राणी हैं; वरन् चार हैं, जिनकी चाल सुन्दर है:
30सिंह जो सब पशुओं में पराक्रमी है, और किसी के डर से नहीं हटता;
31शिकारी कुत्ता और बकरा, और अपनी सेना समेत राजा।
32यदि तूने अपनी बढ़ाई करने की मूर्खता की, या कोई बुरी युक्ति बाँधी हो, तो अपने मुँह पर हाथ रख।