Text copied!
CopyCompare
इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) उर्दू - 2019 - ज़बूर - ज़बूर 120

ज़बूर 120:2-5

Help us?
Click on verse(s) to share them!
2झूटे होंटों और दग़ाबाज़ ज़बान से, ऐ ख़ुदावन्द, मेरी जान को छुड़ा।
3ऐ दग़ाबाज़ ज़बान, तुझे क्या दिया जाए? और तुझ से और क्या किया जाए?
4ज़बरदस्त के तेज़ तीर, झाऊ के अंगारों के साथ।
5मुझ पर अफ़सोस कि मैं मसक में बसता, और क़ीदार के ख़ैमों में रहता हूँ।

Read ज़बूर 120ज़बूर 120
Compare ज़बूर 120:2-5ज़बूर 120:2-5